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वापस आ गया है फ़िल्मी पहेलियों का मौसम, आपकी अपनी 'सिने पहेली'

सिने-पहेली - 61   'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का प्यार भरा नमस्कार। दोस्तों, महीने भर के विराम के बाद आज से 'सिने पहेली' का सफ़र दोबारा शुरू कर रहे हैं। इस प्रतियोगिता का 60% भाग पूरा हो चुका है, और बाकी 40% को अंजाम देने के लिए आज से यह सफ़र फिर एक बार शुरू हो रहा है अपनी मंज़िल तक पहुँचने के ख़ातिर। आशा है आप सभी प्रतियोगी उसी उत्साह के साथ फिर से इस प्रतियोगिता में जुट जायेंगे जैसा पहले किया करते थे। आज से इस प्रतियोगिता में जुड़ने वाले नये खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए हम उन्हें यह भी बताना चाहेंगे कि अभी भी कुछ देर नहीं हुई है, आज से इस प्रतियोगिता में जुड़ कर भी आप महाविजेता बन सकते हैं, यही इस प्रतियोगिता की ख़ासियत है। इस प्रतियोगिता के नियमों का नीचे किया गया है, ध्यान दीजियेगा। कैसे बना जाए 'सिने पहेली' महाविजेता? 1. सिने पहेली प्रतियोगिता में होंगे कुल 100 एपिसोड्स। इन 100 एपिसोड्स को 10 सेगमेण्ट्स में बाँटा गया है। अर्थात्, हर सेगमेण्ट में होंगे 10 एपिसोड्स। इस प्रतियोगिता के 60 एपिसोड्स पूरे

'सिने पहेली' में आज स्वागत बसन्त का

16 फ़रवरी, 2013 सिने-पहेली - 59  में आज   सुलझाइये कुछ फूलों भरी पहेलियाँ 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का प्यार भरा नमस्कार। दोस्तों, कल बसन्त पंचमी का पावन पर्व था। इस दिन से वसन्त ॠतु की शुरुआत मानी जाती है। बंगाल में इस दिन देवी सरस्वती की पूजा होती है। शीत काल समाप्त हुआ चाहता है और मौसम सुहाना होने लगता है। मन्द-मन्द बयार, चारों ओर फूलों की छटा, पंछियों का कलरव; कुल मिला कर एक सुन्दर वातावरण का अहसास होता है। आज की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में शायद प्रकृति की इन शोभाओं का अनुभव बहुत कम लोग कर पाते हों, पर सच पूछिये तो इन प्राकृतिक सुन्दरताओं से ही हमारा जीवन सुन्दर बनता है, कृत्रिम वस्तुओं से नहीं। आइये आज की 'सिने पहेली' को महकाया जाये दस अलग-अलग फूलों की ख़ुशबूओं से, उनकी सुनदरता से।  आज की पहेली :  पहचानो फूल, बिना किए भूल  नीचे दी हुई तसवीर में आपको दस फूल दिखाये गये हैं। आपको इन फूलों के नाम बताने हैं और हर फूल के लिए एक ऐसा हिन्दी फ़िल्मी गीत सुझाना है जिसमें उस फूल का शाब्दिक उल्लेख आया हो। दस फू

'सिने पहेली' में आज गीत अपना धुन पराई

9 फ़रवरी, 2013 सिने-पहेली - 58  में आज   पहचानिये कुछ प्रेरित गीतों को 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का प्यार भरा नमस्कार। दोस्तों, पिछले दिनों मैं चण्डीगढ़ से नोएडा स्थानान्तरित हुआ हूँ और नया आलम ऐसा है कि दफ़्तर की व्यस्तता कुछ हद से ज़्यादा ही बढ़ गई है। जैसा कि शायद आज हर निजी कंपनी में होता होगा कि काम का दबाव बहुत ज़्यादा है, जो व्यक्तिगत जीवन पर असर डाल रही है। बच्चे के साथ खेलने का समय नहीं मिलता, पत्नी से दो बातें कहने बैठें तो फ़ोन की घण्टी बज उठती है और लैपटॉप ऑन करके दफ़्तर के काम में लग जाना पड़ता है। इस भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में जहाँ थकना मना है, शुकर है 'सिने पहेली' मेरे साथ है जिसे आयोजित करते हुए मेरी सारी थकान दूर हो जाती है। आइए शुरू करें आज की 'सिने पहेली'।: आज की पहेली :  अरे दीवानों, इन्हे पहचानो नीचे पाँच विदेशी गीतों के ऑडियो-विडियो दिये गये हैं। क्या आप बता सकते हैं कि इनकी धुनों से प्रेरित हिन्दी फ़िल्मी गीत कौन कौन से हैं? यानी आपको हर विदेशी गीत के लिए एक हिन्दी फ़िल्

'सिने पहेली' में आज ताज महल का ज़िक्र

2 फ़रवरी, 2013 सिने-पहेली - 57  में आज   याद कीजिये 'ताजमहल' वाले गीतों को 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का प्यार भरा नमस्कार। दोस्तों, दुनिया के सात अजूबों में एक अजूबा है 'ताज महल'। ताज महल को प्रेम का स्मारक (Monument of Love) भी कहा गया है। इससे बेहतरीन प्यार की निशानी और कोई हो ही नहीं सकती। सन्‍ -1631 में जब मुग़ल बादशाह शाहजहाँ की तीसरी पत्नी मुमताज़ महल की 14-वीं सन्तान (गौहरा बेगम) के जन्म के समय मृत्यु हो गई, तब शाहजहाँ शोक में डूब गए थे। मुमताज़ के प्रति उनके दिल में इतना प्यार था कि इसके अगली ही साल, 1632 में उन्होंने मुमताज़ की याद में 'ताज महल' के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया। इसका निर्माण 1648 में जा कर सम्पन्न हुआ, और इसके आस-पास की इमारतों और बगीचों के निर्माण में और 5 साल लग गए। शाहजहाँ ने ताज महल की कुछ इन शब्दों में व्याख्या की थी : "Should guilty seek asylum here, Like one pardoned, he becomes free from sin. Should a sinner make his way to this mansion, All his past sin

जारी है 'सिने पहेली' का जंग, आप अब भी बन सकते हैं इसके जंगबाज़...

12 जनवरी, 2013 सिने-पहेली - 54  में आज   पहचानिये 16 गीतों में छुपे गीत को 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, पिछले दिनों 'सिने पहेली' के एक प्रतियोगी ने मुझसे कहा कि 'सिने पहेली' के सवालों से उन्हें तनाव महसूस होता है और सारे काम-काज छोड़ कर वो सप्ताह भर इसके जवाब तलाशते रहते हैं। 'सिने पहेली' की तरफ़ से मैं आपको और अन्य सभी प्रतियोगियों से यह कहना चाहता हूँ कि 'सिने पहेली' का उद्येश्य आपको तनाव में डालना कतई नहीं है, बल्कि इसमें भाग लेकर आप दूसरे तनावों से कुछ समय के लिए मुक्ति पा सकते हैं, ऐसा हमारा विचार है। हमने पहले भी कहा था, आज भी कहते हैं कि आप 'सिने पहली' के जवाब ढूंढने में ज़्यादा समय न गँवायें। इस खेल को खेल भावना से ही खेलें और ज़्यादा गंभीरता से न लें। 'सिने पहेली' की वजह से आपकी दिनचर्या में रूकावट उत्पन्न हो, यह उचित बात नहीं है। दिन में मनोरंजन के लिए आप जितना स्माय निकालते हैं, उतने समय में भी आप जितने सवालों के हल निकाल सकें, बस उतने के ही

पंचम के रंग में रंगी है आज की 'सिने पहेली'

5 जनवरी, 2013 सिने-पहेली - 53  में आज   पहचानिये पंचम  के कुछ गीतों को 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार, और आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ। दोस्तों, इन दिनों समूचे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कई जगहों पर न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक पहुँच गया है। इस मौसम में छुट्टी का दिन हो, हाथ में गरम चाय का प्याला हो, सामने प्लेट पर गरमागरम पकौड़े हों, और सामने कम्प्यूटर स्क्रीन पर ताज़ी 'सिने पहेली' का पेज खुला हो तो भई क्या बात है, नहीं? ख़ैर,  छठे सेगमेण्ट की पहली कड़ी में प्रतियोगियों की भागीदारी में जो कमी आई थी, पिछली कड़ी में उसमें कुछ बढ़ौत्री हुई है, और हम यह आशा करते हैं कि आने वाले सप्ताहों में यह फिर से अपनी पूराने शक्ल में आ जायेगी। बढ़ते हैं आज की पहेली की ओर।. दोस्तों, कल यानी 4 जनवरी को संगीतकार राहुल देव बर्मन के याद का दिन था। राहुल देव बर्मन, या पंचम, का नाम क्रान्तिकारी संगीतकार के रूप में लिया जाता है। पाँच चिन्हित क्रान्तिकारी संगीतकारों के बाकी चार नाम हैं मास्टर गुलाम

वर्ष की अंतिम 'सिने पहेली' में आज 2012 की फ़िल्मों से जुड़ी पहेली

29 दिसम्बर, 2012 सिने-पहेली - 52  में आज   पहचानिये 2012 के कुछ फ़िल्मी चेहरों को 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। 'सिने पहेली' की 50-वीं कड़ी को लेकर जो विवाद/ गतिरोध उत्पन्न हुआ है, यह निर्णय लिया गया था कि प्रतियोगियों के मतदान के द्वारा इस निर्णय तक पहुँचा जाये कि उस एपिसोड को निरस्त कर दोबारा प्रस्तुत किया जाये या नहीं। कुल 12 प्रतियोगियों ने मतदान किया है और आश्चर्यजनक रूप से 6 प्रतियोगियों ने पक्ष में और 6 प्रतियोगियों ने विपक्ष में मतदान किया है। दूसरे शब्दों में मतदान से भी कोई रास्ता हमें नहीं मिल पाया है। अत: हमने यह फ़ैसला लिया है कि 'सिने पहेली-50' को प्रतियोगिता से पूरी तरह से हटा दिया जाये, तथा 41 से लेकर 49-वीं कड़ियों के परिणामों के आधार पर ही पाँचवें सेगमेण्ट के विजेता घोषित किये जायें। तो ये रहे 'सिने पहेली' के पाँचवें सेगमेण्ट के विजेताओं के नाम... प्रथम स्थान गौतम केवलिया, बीकानेर  क्षिति तिवारी, जबलपुर विजय कुमार व्यास, बीकानेर द्वितीय स्थान पंकज मुकेश, बें

'सिने पहेली' में आज क्रिस्मस स्पेशल

22 दिसम्बर, 2012 सिने-पहेली - 51  में आज   पहचानिये सैण्टा क्लॉस के पीछे छुपे चेहरों को 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, पिछली कड़ी में हमने आपसे जो सवाल पूछा था, उसके जो जवाब आप सब ने भेजे हैं, उसे देख कर हम सचमुच चकित रह गए हैं। हमने तो यही सोचा था कि आप ज़्यादा से ज़्यादा 40-50 गीत चुन कर भेजेंगे, पर आप में से कई प्रतियोगियों ने तो इससे कई गुणा अधिक गीत लिख कर भेजे हैं। पर दोस्तों, कई बार क्या होता है कि क्वान्टिटी के अधिक होने से क्वालिटी पर असर पड़ता है, आप सब के साथ भी वही हुआ। बिना जाँच-पड़ताल किए सीधे इंटरनेट से उपलब्ध जानकारी के अनुसार गीतों की सूची भेजने की वजह से कई गीत आप ने ग़लत भी भेज दिए हैं। तीन गायकों वाले कुछ गीतों में चौथा नाम डाल कर भी कुछ गीत आये हैं (उदाहरण - फ़िल्म 'राम लखन' के गीत "माइ नेम इज़ लखन" को मोहम्मद अज़ीज़, अनुराधा पौडवाल और नितिन मुकेश ने गाया है, जबकि कुछ प्रतियोगियों ने अनुराधा श्रीराम का नाम भी शामिल कर दिया है, जो ग़लत है)। इसी तरह से पाँच गायको

आज हो रहा है 'सिने पहेली' का आधा सफ़र पूरा

15 दिसम्बर, 2012 सिने-पहेली - 50  में आज   चार गायकों द्वारा गाये गये कितने गीत याद हैं आपको? 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, आज की 'सिने पहेली' का यह अंक इस स्तंभ के लिए एक अहम मुकाम है क्योंकि आज इस स्तंभ, इस प्रतियोगिता का आधा सफ़र हो रहा है पूरा। पहेलियाँ सुलझाते हुए 100 कड़ियों की इस प्रतियोगिता के 50-वें पड़ाव पर हम आज आ पहुँचे हैं। जिन प्रतियोगियों ने इस सफ़र में हमारे हमसफ़र बने हैं, उन्हें हम धन्यवाद देते हैं। कुछ प्रतियोगी शुरू से लेकर अब तक जुड़े हुए हैं तो कुछ प्रतियोगी हमसे दूर चले गए हैं, और कुछ प्रतियोगी बाद में जुड़ कर हमारे साथ अब तक बने हुए हैं। सभी प्रतियोगियों से निवेदन है कि प्रतियोगिता को बीच में छोड़ कर न जायें क्योंकि इस प्रतियोगिता के नियम कुछ ऐसे बनाये गये हैं कि हर प्रतियोगी के लिए अब भी पूरी-पूरी संभावना है महाविजेता बनने की। और यही बात नये प्रतियोगियों के लिए भी लागू होती है, जिनका हम अलग से हर कड़ी में आह्वान करते हैं। 'सिने पहेली' के पाँचवें सेगमेण्

आज की 'सिने पहेली' में ट्रैक सुन कर पहचानिये गीतों को

8 दिसम्बर, 2012 सिने-पहेली - 49  में आज   ट्रैक सुन कर पहचानिये गीतों को     'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, एक ज़माना था जब फ़िल्मी गीतों की लाइव रेकॉर्डिंग हुआ करती थी। संगीतकार, संयोजक, गायक, वाद्यवृन्द, रेकॉर्डिस्ट, सभी एक साथ स्टुडियो में इकट्ठा होकर गीत रेकॉर्ड किया करते। फिर तकनीकी विकास के साथ-साथ ऐसे विकल्प खुल गए कि लाइव रेकॉर्डिंग ट्रैक रेकॉर्डिंग में बदल गई। क्या आपको पता है लता मंगेशकर का गाया वह कौन सा पहला गीत है जो ट्रैक पर रेकॉर्ड हुआ था? वह गीत है हेमन्त कुमार के संगीत निर्देशन में फ़िल्म 'दुर्गेश नन्दिनी' का, "कहाँ ले चले हो बता दो मुसाफ़िर..." । यह लता जी ने खुद मुझे ट्विटर पर बताया था। ख़ैर, आप सोच रहे होंगे कि आज मैं ट्रैक रेकॉर्डिंग् की बात लेकर क्यों बैठ गया! दरअसल बात ऐसी है कि आज की पहेली भी इसी से सम्बन्धित है। तो चलिए, हो जाइए तैयार, आज की पहेली को सुलझाने के लिए।  आज की पहेली : गान पहचान नीचे 9 ऑडियो प्लेयर के लिंक दिये गये हैं। हर प्लेयर पर आप