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Showing posts with the label Sangya Tandon

किशोर के इस खिलंदड अंदाज़ का कोई सानी नहीं

खरा सोना गीत : इना मीना डीका प्रस्तोता - लिंटा मनोज  स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

जब वहीदा रहमान ने यादगार बना डाला इस गीत को

खरा सोना गीत : बदले बदले से मेरे सरकार नज़र आते हैं... प्रस्तोता  : अंतरा चक्रवर्ती  स्क्रिप्ट : सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति : संज्ञा टंडन 

निराशा में डूबी रफ़ी साहब की बेखुद आवाज़ का नशा

खरा सोना गीत - हम बेखुदी में तुमको पुकारे चले गए  प्रस्तोता - अर्शना सिंह  स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

लता ओर मुकेश के स्वर संगम से बुना ये युगल गीत

खरा सोना गीत - एक मंजिल राही दो... प्रस्तोता - रचेता टंडन  स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

याद करें संगीतकार जोड़ी हुस्नलाल भगतराम को इस गीत के साथ

खरा सोना गीत - चुप चुप खड़े हो  प्रस्तोता - रचेता टंडन स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

मदन मोहन का रचा एक मास्टरपीस गीत

खरा सोना गीत - आप क्यों रोये  प्रस्तोता - मीनू सिंह  स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

सारंगी वादक राम नारायण का भी योगदान रहा इस यादगार गीत में

खरा सोना गीत - तुम क्या जानो प्रस्तोता - अंतरा चक्रवर्ती प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

शुद्ध हिंदी शब्दों से बुना एक शृंगार रस से ओत-प्रोत एक अमर गीत

खरा सोना गीत - चन्दन सा बदन प्रस्तोता - रचेता टंडन  संचालन - संज्ञा टंडन 

साल २०१३ के कुछ बहतरीन गीत रेडियो प्लेबैक की टीम द्वारा चुने हुए

रेडियो प्लेबैक इंडिया के टॉप २५ गीत एक साथ सुनें संज्ञा टंडन के साथ. एक बार फिर नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ 

हिट परेड को मिला एक नया 'शुभारंभ' कहता हुआ 'चाहूँ मैं या न'

पायदान # ०९ - शुभारंभ पायदान # ०८ - चाहूँ मैं या न 

आशिक की कराह कहीं तो कहीं राँझना का जश्न - पायदान ११ और १० पर

पायदान # ११ - सुन रहा है न तू  पायदान # १० - राँझना हुआ मैं तेरा  

तेरे मेरे बीच में है लाल इश्क, कह रहे हैं पायदान संख्या १३ और १२ पर ये गीत

पायदान # १३ तेरे मेरे बीच में  पायदान # १२ लाल इश्क 

कुछ नसीयत तो कुछ निदामत, पायदान संख्या १५ और १४ पर

पायदान # १५ - मत आजमा रे  पायदान # १४ - मोंटा रे 

पायदान संख्या १७ और १६ पर है एकछत्र राज आज के पंचम अमित त्रिवेदी का

पायदान # १७ - मुरब्बा  पायदान # १६ - माँजा 

गुलज़ार विशाल की 'यारियाँ' और मस्तों का झुण्ड आये हैं पायदान संख्या १९ और १८ पर

पायदान # १९ यारम  पायदान # १८ मस्तों का झुण्ड 

पायदान २३ पर आयुष्मान का जादू और २२ पर है एक कमचर्चित प्रविष्ठी

पायदान # २३ - साड्डी गली  पायदान # २२ - कैसे मिलूं मैं पिया 

२५ वीं पायदान पर प्रेम देहाती तो २४ वीं पर 'बेजुबान' हुए मोहित चौहान

पायदान # २५ - बादल उठ्यो... पायदान # २४ - बेजुबान

आधुनिकता और पारंपरिक अंदाज़ का मधुर मिश्रण है विशाल की संगीत दुनिया

पं चम दा के बाद अगर गुलज़ार साहब के शब्दों का मर्म कोई समझ पाया है तो वो हैं संगीतकार विशाल भारद्वाज. विशाल मौसिकी तक ही सीमित नहीं हैं, वो एक बहतरीन लेखक, स्क्रीन लेखक, और निर्देशक भी हैं. आज हमारे पॉडकास्टर सुनील चिप्दे के साथ आईये हमसफ़र बनें विशाल के अब तक के संगीत सफर की.   स्वर : सुनील चिप्डे  प्रस्तुति : संज्ञा टंडन 

भरत व्यास और वंसत देसाई की अनूठी जुगलबंदी

1959 में बनी सफल फिल्म थी गूँज उठी शहनाई, जिसके निर्देशक थे विजय भट्ट. भरत व्यास के गीतों को शानदार संगीत से संवारा वसंत देसाई ने. इस फिल्म का हर गीत आज भी श्रोताओं के जेहन में एकदम ताज़ा है. आईये खरा सोना गीत के अंतर्गत आज रचेता टंडन के साथ सुनते हैं इसी फिल्म का ये यादगार युगल गीत. स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी स्वर - रचेता टंडन  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

सूफी संगीत की समृद्ध परंपरा

सू फी संगीत पर हमारी श्रृंखला की चौथी और अंतिम कड़ी लेकर आज हम हाज़िर हैं. आशा है संज्ञा टंडन द्वारा प्रस्तुत इस श्रृंखला का आपने भरपूर आनंद लिया होगा. अगर कोई कड़ी आपसे छूट गयी हों तो आप निम्न लिंक्स पर जाकर सुन सकते हैं. सूफी संगीत ०१   सूफी संगीत ०२ सूफी संगीत ०३  और अब सुनें ये अंतिम कड़ी. हमें आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतज़ार रहेगा.