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Showing posts with the label Aaj ka Gaana

१६ अप्रेल- आज का गाना

गाना: मैं पिया तेरी तू माने या न माने चित्रपट: बसंत बहार संगीतकार: शंकर - जयकिशन गीतकार: हसरत स्वर: लता मंगेशकर मैं पिया तेरी तू माने या न माने दुनिया जाने तू जाने या न जाने काहेको बजाए तू मीठी मीठी तानें मैं पिया तेरी तू माने या न माने मुरली की लय ने दिल मेरा छीना तार जगाए दिलके तार जगाए राह बिखेरे जब तेरे दिल ने राग उठाए मैंने राग उठाए मिटने न दूँगी, प्यार के सगाने मैं पिया तेरी... प्रीत की डोरी तुम संग बाँधी तुम संग बाँधी सैंया तुम संग बुझने न दूँगी प्रीत का दीपक कितनी भी आये सैंया दुनिया की आँधी मैं नहीं बदली, बदले ज़माना मैं पिया तेरी ...

१५ अप्रेल- आज का गाना

गाना: तुम जो मिले आरज़ू को दिल की राह मिल गयी चित्रपट: लाल कुंवर संगीतकार: सचिन देव बर्मन गीतकार: साहिर स्वर: सुरैया तुम जो मिले, तुम जो मिले आरज़ू को दिल्ल की राह मिल गयी एक आस मिल गयी, रे, इक सलाह मिल गयी तुम जो मिले ... भोली\-भाली धड़कनों का आज ढंग और है ज़िंदगी वही है ज़िंदगी का रंग और है आज ढंग और है अंग अंग झूम उठा जब निगाह मिल गयी तुम जो मिले ... आज मेरी चूड़ियों के साज़ गुन्गुना उठे जाने कितने ख़्वाब एक साथ मुस्कुरा उठे आज मुस्कुरा उठे बचपन से जिस की चाह थी वो चाह मिल गयी तुम जो मिले ...

१४ अप्रेल- आज का गाना

गाना: कौन ये आया महफ़िल में, बिजली सी चमकी दिल में चित्रपट: दिल दे के देखो संगीतकार: उषा खन्ना गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी स्वर: आशा, रफ़ी कौन ये आया महफ़िल में बिजली सी चमकी दिल में उजला मुखड़ा काला तिल होंठ गुलाबी जैसे दिल रंग\-ए\-बदन तौबा तौबा आँख मिली तो क्या होगा हाय ओ ओ दिलरुबा मेरी नीता प्यार किया है तो फिर निभाना आज खुल के यूँ आँख मिलाना देखता रहे ग़म ये ज़माना हो ओ हो ओ हो ओ ओ ओ ओ ओ तू जो है मेरी बाहों में जलते है दीपक राहों में खाबों की बस्ती है ज़मीं आज है दुनिया कितनी हंसीं दिल से दिल का साथ रहे जीवन भर ये रात रहे हाय ओ ओ दिलरुबा मेरी नीता

१३ अप्रेल- आज का गाना

गाना: जीवन के दिन छोटे सही हम भी बड़े दिल वाले चित्रपट: बड़े दिल वाला संगीतकार: राहुलदेव बर्मन गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी स्वर: किशोर कुमार (जीवन के दिन छोटे सही, हम भी बड़े दिल वाले कल की हमें फ़ुर्सत कहाँ, सोचें जो हम मतवाले) \-२ जीने का रँगीन मौसम, ये खूबसूरत ज़माना \-२ अपने यही चार पल हैं, आगे है क्या किसने जाना जीना जिसे आता है वो इनमें ही मौज मना ले जीवन के दिन ... ये ज़िंदगी दर्द भी है, ये ज़िंदगी है दवा भी \-२ दिल तोड़ना ही न जाना, जाने ये दिल जोड़ना भी इस ज़िंदगी का शुक्रिया, सदके मैं ऊपर वाले कल की हमें फ़ुर्सत कहाँ, सोचें जो हम दिल वाले जीवन के दिन ...

१२ अप्रेल- आज का गाना

गाना: मेरे साजन हैं उस पार चित्रपट: बंदिनी संगीतकार: सचिन देव बर्मन गीतकार: शैलेन्द्र स्वर: सचिन देव बर्मन ओ रे माझी ओ रे माझी ओ ओ मेरे माझी मेरे साजन हैं उस पार, मैं मन मार, हूँ इस पार ओ मेरे माझी, अबकी बार, ले चल पार, ले चल पार मेरे साजन हैं उस पार... हो मन की किताब से तू, मेरा नाम ही मिटा देना गुन तो न था कोई भी, अवगुन मेरे भुला देना मुझको तेरी बिदा का... मुझको तेरी बिदा का मर के भी रहता इंतज़ार मेरे साजन... मत खेल जल जाएगी, कहती है आग मेरे मन की मत खेल... मत खेल जल जाएगी, कहती है आग मेरे मन की मैं बंदिनी पिया की चिर संगिनी हूँ साजन की मेरा खींचती है आँचल... मेरा खींचती है आँचल मन मीत तेरी हर पुकार मेरे साजन हैं उस पार ओ रे माझी ओ रे माझी ओ ओ मेरे माझी मेरे साजन हैं उस पार...

११ अप्रेल- आज का गाना

गाना: दीवानों से ये मत पूछो चित्रपट: उपकार संगीतकार: कल्याणजी - आनंदजी गीतकार: कमर जलालाबादी स्वर: मुकेश दीवानों से ये मत पूछो दीवानों पे क्या गुज़री है हाँ उनके दिलों से ये पूछो, अरमानों पे क्या गुज़री है दीवानों से ये मत पूछो ... औरों को पिलाते रहते हैं और ख़ुद प्यासे रह जाते हैं ये पीने वाले क्या जाने पैमानों पे क्या गुज़री है दीवानों से ये मत पूछो ... मालिक ने बनाया इनसाँ को इनसान मुहब्बत कर बैठा वो ऊपर बैठा क्या जाने इनसानों पे क्या गुज़री है दीवानों से ये मत पूछो ...

१० अप्रेल- आज का गाना

गाना: जाग दिल-ए-दीवाना रुत जागी वस्ल-ए-यार की चित्रपट: ऊंचे लोग संगीतकार: चित्रगुप्त गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी स्वर: रफी (जाग दिल-ए-दीवाना रुत जागी वस्ल-ए-यार की बसी हुई ज़ुल्फ़ में आयी है सबा प्यार की ) - २ जाग दिल-ए-दीवाना (दो दिल के कुछ लेके पयाम आयी है चाहत के कुछ लेके सलाम आयी है ) - २ दर पे तेरे सुबह खड़ी हुई है दीदार की जाग दिल-ए-दीवाना (एक परी कुछ शाद सी नाशाद सी बैठी हुई शबनम में तेरी याद की ) - २ भीग रही होगी कहीं कली सी गुलज़ार की जाग दिल-ए-दीवाना रुत जागी वस्ल-ए-यार की बसी हुई ज़ुल्फ में आयी है सबा प्यार की जाग दिल-ए-दीवाना

९ अप्रेल- आज का गाना

गाना: राधा कैसे न जले चित्रपट: लगान संगीतकार: ए. आर. रहमान गीतकार: जावेद अख्तर स्वर: आशा भोंसले, उदित नारायण,वैशाली मधुबन में जो कन्हैया किसी गोपी से मिले कभी मुस्काये, कभी छेड़े कभी बात करे राधा कैसे न जले, राधा कैसे न जले आग तन में लगे राधा कैसे न जले, राधा कैसे न जले मधुबन में भले कान्हा किसी गोपी से मिले मन में तो राधा के ही प्रेम के हैं फूल खिले किस लिये राधा जले, किस लिये राधा जले बिना सोचे समझे किस लिये राधा जले, किस लिये राधा जले गोपियाँ तारे हैं चान्द है राधा फिर क्यों है उस को वि{ष}वास आधा कान्हा जी का जो सदा इधर उधर ध्यान रहे गोपियाँ आनी\-जानी हैं राधा तो मन की रानी है साँझ सखारे, जमुना किनारे राधा राधा ही कान्हा पुकारे बाहों के हार जो डाले कोई कान्हा के गले राधा कैसे न जले ... मन में है राधे को कान्हा जो बसाये तो कान्हा काहे को उसे न बसाये प्रेम की अपनी अलग बोली अलग भाषा है बात नैनों से हो, कान्हा की यही आशा है कान्हा के ये जो नैना नैना हैं छीनें गोपियों के चैना हैं मिली नजरिया हुई बाँवरिया गोरी गोरी सी कोई गुजरिया कान्हा का प्या

८ अप्रेल- आज का गाना

गाना: देखो मैं ने देखा है यह इक सपना चित्रपट: लव स्टोरी संगीतकार: राहुलदेव बर्मन गीतकार: आनंद बक्षी स्वर: अमित कुमार,लता मंगेशकर अ: देखो मैं ने देखा है यह इक सपना फूलों के शहर में है घर अपना क्या समा है तू कहाँ है ल: मैं आई आई आई आई अ: आ जा ल: कितना हसीन है यह इक सपना फूलों के शहर में है घर अपना क्या समा है तू कहाँ है अ: मैं आया आया आया आया ल: आ जा अ: यहाँ तेरा मेरा नाम लिखा ल: रस्ता नहीं यह आम लिखा है अ: हो, यह है दरवाज़ा तू जहाँ खड़ी है ल: अन्दर आ जाओ सर्दी बड़ी है अ: यहाँ से नज़ारा देखो पर्वतों का ल: झाँकूँ मैं कहाँ से कहाँ है झरोखा अ: यह यहाँ है, तू कहाँ है ल: मैं आई आई आई ... ल: अच्छा यह बताओ कहाँ पे है पानी अ: बाहर बह रहा है झरना दीवानी ल: बिजली नहीं है यही इक ग़म है अ: तेरी बिंदिया क्या बिजली से कम है ल: छोड़ो मत छेड़ो बाज़ार जाओ अ: जाता हूँ जाऊँगा पहले यहाँ आओ शाम जवाँ है तू कहाँ है ल: मैं आई आईइ आई ... ल: कैसी प्यारी सी है यह छोटी सी रसोई हो हम दोनों हैं बस दूजा नहीं कोई इस कमरे में होंगी मीठी बातें अ: उस कमरे में गुज़

७ अप्रेल- आज का गाना

गाना: हज़ार राहें, मुड़के देखीं चित्रपट: थोड़ी सी बेवफ़ाई संगीतकार: खैय्याम गीतकार: गुलजार स्वर: किशोर कुमार कि: हज़ार राहें, मुड़के देखीं कहीं से कोई सदा ना आई ल: बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई ... कि: जहाँ से तुम मोड़ मुड़ गये थे \- २ वो मोड़ अब भी वही खड़े हैं ल: हम अपने पैरों में जाने कितने \- २ भंवर लपेटे हुए खड़े हैं बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई ... कि: कहीं किसी रोज़ यूं भी होता हमारी हालत तुम्हारी होती ल: जो रातें हमने गुज़ारी मरके वो रात तुमने गुज़ारी होतीं बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई... कि: उन्हें ये ज़िद थी के हम बुलाते हमें ये उम्मीद वो पुकारें ल: है नाम होंठों में अब भी लेकिन आवाज़ में पड़ गई दरारें कि: हज़ार राहें, मुड़के देखीं कहीं से कोई सदा ना आई ल: बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई...

६ अप्रेल- आज का गाना

गाना: ओ बसंती पवन पागल, ना जा रे ना जा, रोको कोई चित्रपट: जिस देश में गंगा बहती है संगीतकार: शंकर - जयकिशन गीतकार: शैलेन्द्र स्वर: लता मंगेशकर ओ बसंती पवन पागल, ना जा रे ना जा, रोको कोई ओ बसंती ... बन के पत्थर हम पड़े थे, सूनी सूनी राह में जी उठे हम जब से तेरी, बांह आई बांह में बह उठे नैनों के काजल, ना जा रे ना जा, रोको कोई ओ बसंती ... याद कर तूने कहा था, प्यार से संसार है हम जो हारे दिल की बाजी, ये तेरी ही हार है सुन ये क्या कहती है पायल, ना जा रे ना जा, रोको कोई ओ बसंती ...

५ अप्रेल- आज का गाना

गाना: हम छोड़ चले हैं महफ़िल को याद आये कभी तो मत रोना चित्रपट: जी चाहता है संगीतकार: कल्याणजी - आनंदजी गीतकार: इन्दीवर स्वर: मुकेश हम छोड़ चले हैं महफ़िल को याद आये कभी तो मत रोना इस दिल को तसल्ली दे देना, घबराये कभी तो मत रोना हम छोड़ चले हैं महफ़िल को ... एक ख़्वाब सा देखा था हमने जब आँख खुली वो टूट गया ये प्यार अगर सपना बनकर तड़पाये कभी तो मत रोना हम छोड़ चले हैं महफ़िल को तुम मेरे ख़यालों में खोकर बरबाद न करना जीवन को जब कोई सहेली बात तुम्हें समझाये कभी तो मत रोना हम छोड़ चले हैं महफ़िल को ... जीवन के सफ़र में तनहाई मुझको तो न ज़िन्दा छोड़ेगी मरने की खबर ऐ, जान\-ए\-जिगर मिल जाये कभी तो मत रोना हम छोड़ चले हैं महफ़िल को ...

४ अप्रेल- आज का गाना

गाना: रोज़ रोज़ डाली डाली क्या लिख जाये चित्रपट: अंगूर संगीतकार: राहुलदेव बर्मन गीतकार: गुलजार स्वर: आशा भोसले रोज़ रोज़ डाली डाली क्या लिख जाये भँवरा बावरा कलियों के नाम कोई लिखे पैग़ाम कोई बावरा भँवरा बावरा रोज़ रोज़ डाली डाली ... बीते हुए मौसम की कोई निशानी होगी प म प म ग म ग रे ग नि रे नि म ग रे प बीते हुए मौसम की कोई निशानी होगी ददर् पुराना कोई याद पुरानी होगी कोई तो दास्तान होगी ना रोज़ रोज़ डाली डाली ... होगा कोई वादा होगा वादा निभाता होगा शाखों पे लिख कर याद दिलाता होगा याद तो आती ही होगी ना रोज़ रोज़ डाली डाली ...

३ अप्रेल- आज का गाना

गाना: चाँदी की दीवार न तोड़ी चित्रपट: विश्वाश संगीतकार: कल्याण जी, आनन्द जी गीतकार: गुलशन बावरा स्वर: मुकेश चाँदी की दीवार न तोड़ी, प्यार भरा दिल तोड़ दिया इक धनवान की बेटी ने, निर्धन का दामन तोड़ दिया चाँदी की ... कल तक जिसने क़समें खाईं, दुख में साथ निभाने की आज वो अपने सुख की खातिर, हो गई इक बेगाने की शहनाइयों की गूंज में दबके, रह गई आह दीवाने की धनवानों ने दीवाने का, ग़म से रिश्ता जोड़ दिया इक धनवान की बेटी ने, निर्धन का दामन तोड़ दिया चाँदी की ... ये क्या समझे प्यार को जिनका, सब कुछ चाँदी सोना है धनवानों की इस दुनिया में, दिल तो एक खिलौना है सदियों से दिल टूटता आया, दिल का बस ये रोना है जब तक चाहा दिल से खेला, और जब चाहा तोड़ दिया इक धनवान की बेटी ने, निर्धन का दामन तोड़ दिया चाँदी की ...

२ अप्रेल- आज का गाना

गाना: झूमती चली हवा, याद आ गया कोई चित्रपट: संगीत सम्राट तानसेन संगीतकार: एस. एन.त्रिपाठी गीतकार: शैलेन्द्र स्वर: मुकेश झूमती चली हवा, याद आ गया कोई बुझती बुझती आग को, फिर जला गया कोई झूमती चली हवा ... खो गई हैं मंज़िलें, मिट गये हैं रास्ते गर्दिशें ही गर्दिशें, अब हैं मेरे वास्ते अब हैं मेरे वास्ते और ऐसे में मुझे, फिर बुला गया कोई झूमती चली हवा ... चुप हैं चाँद चाँदनी, चुप ये आसमान है मीठी मीठी नींद में, सो रहा जहान है सो रहा जहान है आज आधी रात को, क्यों जगा गया कोई झूमती चली हवा ... एक हूक सी उठी, मैं सिहर के रह गया दिल को अपने थाम के आह भर के रह गया चाँदनी की ओट से मुस्कुरा गया कोई झूमती चली हवा ...

१ अप्रैल- आज का गाना

गाना: एप्रिल फूल बनाया चित्रपट: एप्रिल फूल संगीतकार: शंकर जयकिशन गीतकार: हसरत जयपुरी, शैलेन्द्र स्वर: रफी, सायरा बानो एप्रिल फूल बनाया तो उनको गुस्सा आया तो मेरा क्या क़सूर ज़माने का क़सूर जिसने दस्तूर बनाया ) -२ एप्रिल फूल बनाया ... दिलबर ओ जान-ए-जानाँ गुस्से के रूप में लगती हो और हसीन -२ तेरी क़ातिल अदा ने मार ही डाला कर लो तुम इसका यक़ीन -२ एप्रिल फूल बनाया ... दिल से दिल की पहचान हुई जागी मुहब्बत गाने लगी ज़िन्दगी -२ हमने दुनिया में आ कर वो रूप धरा ज़िन्दा हुई आशिक़ी -२ एप्रिल फूल बनाया ...

३१ मार्च- आज का गाना

गाना: ऐ मालिक तेरे बंदे हम चित्रपट: दो आँखे बारह हाथ संगीतकार: वसंत देसाई गीतकार: भरत व्यास स्वर: लता मंगेशकर ऐ मालिक तेरे बंदे हम ऐ मालिक तेरे बंदे हम ऐसे हो हमारे करम नेकी पर चलें और बदी से टलें ताकि हंसते हुये निकले दम ऐ मालिक तेरे बंदे हम जब ज़ुलमों का हो सामना तब तू ही हमें थामना वो बुराई करें हम भलाई भरें नहीं बदले की हो कामना बढ़ उठे प्यार का हर कदम और मिटे बैर का ये भरम ऐ मालिक तेरे बंदे हम ये अंधेरा घना छा रहा तेरा इनसान घबरा रहा हो रहा बेखबर कुछ न आता नज़र सुख का सूरज छिपा जा रहा है तेरी रोशनी में वो दम जो अमावस को कर दे पूनम ऐ मालिक तेरे बंदे हम बड़ा कमज़ोर है आदमी अभी लाखों हैं इसमें कमीं पर तू जो खड़ा है दयालू बड़ा तेरी कृपा से धरती थमी दिया तूने हमें जब जनम तू ही झेलेगा हम सबके ग़म ऐ मालिक तेरे बंदे हम

३० मार्च- आज का गाना

गाना: आज मैं ऊपर, आसमाँ नीचे चित्रपट: खामोशी- द म्यूजिकल संगीतकार: जतिन-ललित गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी स्वर: कविता कृष्णमुर्ती, कुमार शानू प द नि नि, अह रे वे तार रेवे ता रारा नि प द नि नि, रिवि तारा रिवि रि रि पा रम आज मैं ऊपर, आसमाँ नीचे आज मैं आगे, ज़माना है पीछे टेल मी ओ ख़ुदा अब मैं क्या करूँ चह्लूँ सीधी कि उल्टी चलूँ आज मैं ऊपर, आसमाँ नीचे ... यूँ ही बिन बात के, छलके जाये हँसी डोले जब हवा, लागे गुद्गुदी सम्भालो गिर पड़ूँ अरे अरे अरे अरे अरे तौबा क्या करूँ चलूँ सीधी की उल्टी चलूँ आज मैं ऊपर ... आज मैं ऊपर, आसमाँ नीचे आज मैं आगे, ज़माना है पीछे टेल मी ओ ख़ुदा अब मैं क्या करूँ सर के बल या कदम से चलूँ आज मैं ऊपर ... झूमें जा मौज में रुकना न जान\-ए\-जाँ देखूँ ये तरंग रुकती है कहाँ मैं भी तेरे संग इन लहरों पे चलूँ सर के बल या कदम से चलूँ आज मैं ऊपर ...

२९ मार्च- आज का गाना

गाना: छुप गया कोई रे, दूर से पुकार के चित्रपट: चम्पाकली संगीतकार: हेमंत कुमार गीतकार: राजिंदर कृष्ण स्वर: लता मंगेशकर  छुप गया कोई रे, दूर से पुकार के दर्द अनोखे हाय, दे गया प्यार के छुप गया ... आज हैं सूनी सूनी, दिल की ये गलियाँ बन गईं काँटे मेरी, खुशियों की कलियाँ प्यार भी खोया मैने, सब कुछ हार के दर्द अनोखे हाय, दे गया प्यार के छुप गया ... अँखियों से नींद गई, मनवा से चैन रे छुप छुप रोए मेरे, खोए खोए नैन रे हाय यही तो मेरे, दिन थे सिंगार के दर्द अनोखे हाय, दे गया प्यार के छुप गया ...

२८ मार्च- आज का गाना

गाना: जय-जय हे जगदम्बे माता चित्रपट: गंगा की लहरें संगीतकार: चित्रगुप्त गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी स्वर: लता मंगेशकर जय-जय हे जगदम्बे माता द्वार तिहारे जो भी आता बिन माँगे सब-कुछ पा जाता तू चाहे तो जीवन दे-दे चाहे पल में जीवन ले-ले जन्म-मरण सब हाथ में तेरे हे शक्ति हे माता जय-जय हे ... पापी हो या होवे पुजारी राजा हो या होवे भिखारी फिर भी तूने जोड़ा सबसे माँ-बेटे का नाता जय-जय हे ... जब-जब जिसने तुझको पुकारा तूने दिया है बढ़के सहारा हर भूले राही को तेरा प्यार ही राह दिखाता जय-जय हे ...