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कहानी पॉडकास्ट: नज़ीर मियाँ की खिचड़ी (श्रीमती रीता पाण्डेय)

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार हरिशंकर परसाई की कथा "बाप बदल" का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं श्रीमती रीता पाण्डेय का व्यंग्य "नज़ीर मियाँ की खिचड़ी", जिसको स्वर दिया है शेफाली गुप्ता ने।

नज़ीर मियाँ की खिचड़ी का टेक्स्ट श्री ज्ञानदत्त पाण्डेय के प्रसिद्ध ब्लॉग मानसिक हलचल पर अतिथि पोस्ट के रूप में उपलब्ध है।

इस कहानी का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 8 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

जब तक कसा न जाये, तब तक कोई सक्रिय नहीं होता, न व्यक्ति न तन्त्र।
~ श्रीमती रीता पाण्डेय
(श्रीमती रीता पाण्डेय गाँव विक्रमपुर, जिला भदोही से हैं। वे सपरिवार शिवकुटी (उ.प्र.) में रहती हैं।)

हर शनिवार को "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी

"खिचड़ी की सुगंध हम बच्चों को चूल्हे तक खींच लाती थी। पत्तल पर मुन्नू मामा तो अक्सर खिचड़ी खाया करता था। एक आध बार मैने भी स्वाद लिया।" (श्रीमती रीता पाण्डेय की "नज़ीर मियाँ की खिचड़ी" से एक अंश)

नीचे के प्लेयर से सुनें.
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 यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
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#24th Story, Nazir Miyan: Rita Pandey/Hindi Audio Book/2012/24. Voice: Shaifali Gupta

Comments

खिचड़ी मियां नजीर की, है रीता जी का लेख,
पाकर आवाज शेफ़ाली जी, चमक गया आलेख
Smart Indian said…
चमक गया आलेख सुनाओ सबको भैय्या
बात बहुत है मधुर, करेंगे ता था थैय्या
Shaifali said…
धन्यवाद अनूपजी, आपकी पंक्तियों ने हौसले और बुलंद कर दिए है.
Aparna said…
It feels so good to be reading in everyday... a golden collection truly...

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